NOT KNOWN FACTUAL STATEMENTS ABOUT हिन्दी कहानी

Not known Factual Statements About हिन्दी कहानी

Not known Factual Statements About हिन्दी कहानी

Blog Article

हिन्दी कहानी

विचित्र हथियार भाग १ बच्चो! बात बहुत पुरानी नहीं है। रजतपुर नाम का एक राज्य था। उसका राजा रजपति था। रजपति बड़ा ही धर्मात्मा और प्रजा-पालक था। उसके राज्य में सुख की वर्षा हो रही‌ थी। कोई भूखा-प्यासा ...

घमंड का सिर नीचा/अविवेक का मूल्य : पंचतंत्र की कहानी

सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहानी

प्रेमचन्द के समान ही विश्वम्भर नाथ शर्मा कौशिक की कहानियाँ में आदर्श और

यह आधुनिकता मात्र नगरों और कस्बों तक ही सीमित नहीं है अपितु इस धीरे-धीरे

लाल, हिमांशु जोशी, हरिशंकर परसाई, महीपसिंह, श्रीकान्त वर्मा, कृष्ण वलेदव वैद, ज्ञानरंजन, सुरेश सिन्हा, गिरिराज किशोर, भीमसेन त्यागी, धर्मेन्द्र गुप्त, इब्राहिम शरीफ, विश्वेश्वर, महेन्द्र भल्ला, रवीन्द्र कालिया, काशीनाथ सिंह, प्रबोध कुमार, प्रयाग शुक्ल

के अनके पक्षीय सम्बन्ध और उससे उत्पन्न होने वाली कठिनाइयाँ, शिक्षितों की

की विसंगतियों का मार्मिक चित्रण मिलता है। साथ ही निम्नवर्गीय शोषितों की व्यथा, अभाव और जीवन

बाहर शोरगुल मचा। डोडी ने पुकारा — ''कौन है?'' कोई उत्तर नहीं मिला। आवाज़ आई — ''हत्यारिन! तुझे कतल कर दूँगा!

अपने युग की सामाजिक बुरी दशा को अपने उपन्यास तथा कहानियों का विषय बनाया। अपने

चीनी के खिलौने, पैसे में दो; खेल लो, खिला लो, टूट जाए तो खा लो—पैसे में दो। सुरीली आवाज में यह कहता हुआ खिलौनेवाला एक छोटी-सी घंटी बजा रहा था। उसको आवाज सुनते ही त्रिवेणी बोल, उठी—माँ, पैसा दो, खिलौना लूँगी। आज पैसा नहीं है, बेटी। एक पैसा माँ, हाथ विनोदशंकर व्यास

था। हिन्दी कहानी के इस विकास पर हरी दृष्टि डालने के लिए हमें हिन्दी कहानी के

माँ को अपने बेटे, साहूकार को अपने देनदार और किसान को अपने लहलहाते खेत देखकर जो आनंद आता है, वही आनंद बाबा भारती को अपना घोड़ा देखकर आता था। भगवत-भजन से जो समय बचता, वह घोड़े को अर्पण हो जाता। वह घोड़ा बड़ा सुंदर था, बड़ा बलवान। उसके जोड़ का घोड़ा सारे सुदर्शन

माँ को अपने बेटे, साहूकार को अपने देनदार और किसान को अपने लहलहाते खेत देखकर जो आनंद आता है, वही आनंद बाबा भारती को अपना घोड़ा देखकर आता था। भगवत-भजन से जो समय बचता, वह घोड़े को अर्पण हो जाता। वह घोड़ा बड़ा सुंदर था, बड़ा बलवान। उसके जोड़ का घोड़ा सारे सुदर्शन

Report this page